की बड़ी खबर यह है कि उत्तराखंड चमोली नदी के बाढ़ से हजारों की संख्या में लोग है लापता। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान।
उत्तराखंड के चमोली(chamoli )(glacier breaks in chamoli)नदी में आई आपदा में हजारों की तादाद में लोग हो गए हैं लापता। बड़ी आपदा में हजारों से ज्यादा लोग लापता हो चुके हैं। जिन्हें अभी तक भी खोजा नहीं जा सका। युद्ध स्तर पर राहत और बचाव का कार्य चल रहा है। अभी तक दस्तक बड़ा मत हो गया है। और बड़ी संख्या में लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित जगह पर रख पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री ने यहां पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहां है कि जिन लोगों की इस बार दुर्घटना में मौत हो गई है हर एक को उनके परिजनों को ₹200000 की मुआवजा दी जाएगी । इसी बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत जीने घोषणा की है की बिहार एक मृतकों के परिजन को ₹400000 राहत देने की घोषणा की है। बता दें कि कल दोपहर अचानक चमोली जिले की गंगा घाटी में अचानक भयंकर बाढ़ आ गई इस बार से एक हाइड्रोलिक पावर प्रोजेक्ट पूरी तरीके से दवा हो गया और यहां पर काम कर रही है कि 25 से ज्यादा लोग लापता हो गए अभी तक 170 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं और प्रभावित इलाके का जायजा लेकर लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देर शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि अभी तक 10 शव बरामद हो चुके हैं।
बिहार में नल जल योजना के तहत अनुरक्षक के पद पर बंपर वैकेंसी जारी है |इसमें करीब 56000 पदों पर भर्ती की जाएगी इस वैकेंसी के तहत बिहार राज्य के बहुत से युवा रोजगार पा सकते हैं जो भी उम्मीदवार इस नौकरी का आवेदन करना चाहते हैं तो बिहार राज्य जल नल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। बिहार राज्य नल जल योजना के तहत वैकेंसी के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करने पड़ेंगे। बिहार सरकार की ओर से इस भर्ती की जो आवेदन है ना बहुत जल्दी शुरू होंगे
अगली बड़ी खबर यह है कि किसान आंदोलन में मियां खलीफा ने फिर से किया ट्वीट जब तक पैसे नहीं मिलेंगे तब तक ट्वीट करती रहूंगी ।
लेबनानी अमेरिकी मीडिया पर्सनैलिटी और पूर्व एडल्ट स्टार मिया खलीफा किसान आंदोलन का समर्थन किया है| जब से भारत में चल रहे हैं किसान आंदोलन का समर्थन किया है मिया खलीफा ने समर्थन किया है तब से वह ट्रोल के निशाने में है। कुछ trollersउनको पैसे लेकर ट्वीट करने का आरोप लगा रहे हैं। इससे उनमें किसी भी तरह का फर्क नहीं पड़ा है। वह लगातार किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है।